हिंदी और अंग्रेजी में मोनो |
इसी इंडिया बुक हाउस के द्वारा 1976-1977 के मध्य चतुरंग कथा के नाम से बहुत ही सुन्दर चित्रकथाओं का प्रकाशन किया गया था. इन चित्रकथाओं में अनेक चित्रकथाएं हमारे भारत देश की विश्वप्रसिद्ध वेताल-कथाओं और कथासरित्सागर से ली गयी थी. इनके अलावा भारत की लोक-संस्कृति में प्रचलित हीर-रांझा, मिर्ज़ा-साहिबाँ, सस्सी-पुन्नो जैसी कहानियों के साथ नीलदेवी और मस्तानी जैसी ऐतिहासिक चरित्रों का भी इसमें समावेश रहा.
चतुरंग कथा 519 - हिंदी और अंग्रेजी संस्करण आवरण |
चतुरंग कथा 502 और अमर चित्र कथा में पुनः प्रकाशित अंक 374 |
चतुरंग कथा बड़े आकर में 32 पृष्ठों में रंगीन प्रकाशित होती थी और सभी अंको का तात्कालिक मूल्य 2.50 रुपये था. संपादन का कार्य लक्ष्मी लाल जी ने किया था.
हिंदी संस्करण में इसका टैगलाइन (उपनाम) 'भारतीय चित्रकथा' तथा अंग्रेजी संस्करण में यही Pictorial Classics For Young and Old रखा गया था. हिंदी संस्करण का उपनाम इस प्रकाशन श्रृंखला को बेहतर दर्शाता था.
चतुरंग कथा 517 - हिंदी और अंग्रेजी संस्करण आवरण |
अंक |
कॉमिक्स का नाम (अंग्रेजी में) |
कॉमिक्स का नाम (हिंदी में) |
मूल्य |
ACK में अंक |
501 |
Padmavati (Vetala
Stories) |
पद्मावती (वेताल कथाएँ) |
2.50 |
380 |
502 |
Hamsavali |
हंसावली |
2.50 |
374 |
503 |
Lila and Chanesar |
लीला और चनेसर |
2.50 |
376 |
504 |
Virvar (Vetala
Stories) |
वीरवर (वेताल कथाएँ) |
2.50 |
|
505 |
The Strange Sacrifice
(Vetala Stories) |
.................... (वेताल कथाएँ) |
2.50 |
|
506 |
Chemmeen |
चेम्मीन |
2.50 |
|
507 |
Sundarasena
(Kathasaritsagara) |
सुन्दरसेना (कथासरित्सागर) |
2.50 |
388 |
508 |
Shringabhuja
(Kathasaritsagara) |
श्रृंगभुज (कथासरित्सागर) |
2.50 |
378 |
509 |
Heer-ranjha |
हीर-रांझा |
2.50 |
|
510 |
Neeldevi |
नीलदेवी |
2.50 |
|
511 |
Sassi-Punno |
सस्सी-पुन्नो |
2.50 |
|
512 |
Lavanyavati (Vetala
Stories) |
लावण्यवती (वेताल कथाएँ) |
2.50 |
|
513 |
Roopmati |
रूपमती |
2.50 |
412 |
514 |
Chandraprabha (Vetala
Stories) |
चन्द्रप्रभा (वेताल कथाएँ) |
2.50 |
|
515 |
Rupinika
(Kathasaritsagara) |
रूपिणिका (कथासरित्सागर) |
2.50 |
|
516 |
Mastani |
मस्तानी |
2.50 |
|
517 |
Muladeva
(Kathasaritsagara) |
मूलदेव (कथासरित्सागर) |
2.50 |
|
518 |
Mirza-Sahibanh |
मिर्ज़ा-साहिबाँ |
2.50 |
|
519 |
Kandrapa (Kathasaritsagara) |
कंदर्प (कथासरित्सागर) |
2.50 |
|
520 |
Chauladevi |
चौलादेवी |
2.50 |
|
चतुरंग कथा के सुन्दर आवरण (कवर्स) का आनंद लेवें. गूगल ड्राइव पर
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