अतुल कॉमिक्स का भारतीय कॉमिक्स जगत से आते ही ओझल हो जाना मेरे लिए किसी
आश्चर्य से कम नहीं है. इसकी पहली (और दुर्भाग्यवश अंतिम भी) कॉमिक्स ‘राजा हड़बड़
सिंह – मंत्री गड़बड़ सिंह’ अत्यंत लोकप्रिय मासिक पत्रिका टिंकल के लोकप्रिय
तंत्री-मंत्री का ही दूसरा रूप थी. कहानी भी आलोक माथुर ने लिखी थी जिन्होंने टिंकल में तंत्री-मंत्री की कहानियाँ लिखी हुयी
थी और चित्रकार महान प्रदीप साठे जी थे. कहानीकार आलोक माथुर ने स्वयं ही इस
कॉमिक्स को प्रकाशित किया था और जैसा कि उन्होंने लिखा भी है कि ‘बचपन से मेरा
सपना थी कि कभी अपनी खुद की पुस्तक प्रकाशित करूँ.”
तो एक महत्वाकांक्षी कदम, लोकप्रिय किरदार और चित्रकथा जगत के बेहतरीन कलाकार के
बाद भी इस कॉमिक्स का न चल पाना एक दुखद बात थी. बाकायदा इसके दूसरे अंक की घोषणा
भी की गयी थी और तो और एक इनामी प्रतियोगिता भी रखी गयी थी लेकिन यह सब सपना ही रह
गया.
संक्षेप में, अतुल कॉमिक्स, भारतीय कॉमिक्स के आसमान में ऊँची उड़ान का
उद्देश्य लिए लेखक-प्रकाशक आलोक माथुर द्वारा किया गया एक प्रयास था जो पहले अंक ‘राजा
हड़बड़ सिंह – मंत्री गड़बड़ सिंह’ से आगे नहीं बढ़ पाया और एक शानदार श्रृंखला शुरू
होने के पहले ही बंद हो गयी.
अतुल कॉमिक्स बड़े आकार में 32 पृष्ठों के साथ हिंदी और अंग्रेजी दोनों ही भाषाओँ
में आठ रुपये की कीमत के साथ प्रकाशित हुयी थी. अतुल प्रकाशन पंचायती गुरुद्वारा
के पास, सायन कोलीवाड़ा, बम्बई से प्रकाशित हुयी थी.
दूसरे अंक का विज्ञापन (हिंदी) |
दूसरे अंक का विज्ञापन (अंग्रेजी) |
इस कॉमिक्स में टिंकल के राजा हूजा (King Hooja) जो कि हुजली राज्य का सरल और
भोला शासक था – उसे नादानपुर के भोले राजा राजा हड़बड़ सिंह के रूप में, और उसे
हटाकर उसके सिंहासन पर कब्जा कर राजा बनने का ख्वाब देखने वाले षड्यंत्रकारी
मंत्री, तंत्री (Tantri) को मंत्री गड़बड़ सिंह के नाम से पेश किया गया है, बाकी सभी मसाले
वही हैं. वैसे एक जानकारी देता चलूँ कि तंत्री मंत्री सुब्बाराव जी की देन है और
जनवरी 1984 के टिंकल 51 में पहली बार इनकी कहानी प्रकाशित हुयी थी.
कहानी अभी बाकी है दोस्तों –
भले ही आलोक माथुर का यह प्रयास असफल हुआ लेकिन बाद में HG Comics नाम से इनकी एक नहीं बल्कि चार कॉमिक्स प्रकाशित हुयी जिसमें प्रथम अंक का पुनः प्रकाशन किया गया था और दूसरे प्रस्तावित अंक (जंगल की मौत - Death From The Jungle) भी प्रकाशित हुयी थी. इनके अतिरिक्त दो और नए अंक हिंदी और अंग्रेजी में प्रकाशित हुए थे. ये अंक अलग-अलग भी प्रकाशित किये थे और 4-इन-1 के रूप में भी.
हिंदी अंक -
1. आसमान की सैर और अन्य कहानियाँ
2. जंगली मौत और अन्य कहानियाँ
3. आ बैल मुझे मार और अन्य कहानियाँ
4. अनोखी शादी और अन्य कहानियाँ
English Issues -
1. Wings of Doom and Other Stories.
2. Death From the Jungle and Other Stories.
3. Inviting Trouble and Other Stories.
4. Pinku Weds Pinky and Other Stories.
इसके बाद श्री बुक सेंटर के
द्वारा एस (श्री) कॉमिक्स के नाम से भी इन अंकों का पुनः प्रकाशन हिंदी और अंग्रेजी
में प्रकाशित हुआ था. इनमें से कुछ अंकों को आप अभी भी खरीद सकते हैं. चलिए बाद में ही सहीं,
कुछ सफलता तो मिली.
Interesting! I must read these.
ReplyDeleteYou are heartly welcome Prabhat Bhai, It is an interesting series and one really must read these. Gaurav Bhai have all and I will request him to scan them.
DeleteAbsolutely your attempt is remarkable.
ReplyDeleteThanks a lot Ashutosh Bhai, Hope to share all the 4 issues with the help of Gaurav Bhai.
DeleteShaandar !
ReplyDeleteशुक्रिया राजेश भाई, आपके द्वारा स्कैन की गयी टिंकल से बहुत मदद मिली इस लेख में.
DeleteWaah Jabardast , Waise Title Bilkul Matching Rakha Comics ka Hadbad Karne se Gadbad Ho gayi , Ab Shree Publication Wali Comics Ko Dhundhna Shuru karenge Sab Log Aapke Aalekh ke Baad
ReplyDeleteशुक्रिया प्रिंस भाई,
Deleteवाकई में कहीं तो हड़बड़ी और गड़बड़ी की होगी प्रकाशक आलोक माथुर ने, वरना एक ही अंक के बाद हार मान लेना सहीं कदम तो नहीं था.
शानदार आलेख हमेशा की तरह तथ्यपूर्ण
ReplyDeleteआपके परिश्रम को प्रणाम करता हूँ
दुबारा ग्लासी पेज में आयी कॉमिक्स स्वर्गीय साठे साब और राम वैरकर साब के चित्रसज्जा से परिपूर्ण है जिन्होंने नहीं ख़रीदी उनके लिए अवसर है मूल्य अत्यंत उचित hai
शुक्रिया नागेश भाई, इस जोश दिलाती कमेंट के लिए.
Deleteमैं खुद खोज रहा हूँ. चाहे HG कॉमिक्स में मिले या श्री कॉमिक्स के रूप में. वैसे भी दोनों एक ही हैं - ऐसा लगता है
मेरे पास नई वाली है, अतुल कामिक्स के कहानी बताने का हार्दिक आभार ICE. Looking forward to more awesome articles.
ReplyDeleteनई वाली मतलब HG कॉमिक्स या श्री कॉमिक्स वाली, तब तो स्कैन के लिए आपको ही request करनी चाहिए.
DeleteAwesome information.. Thanks for sharing Anupam Bhai !!:)
ReplyDeleteThanks Rahul Bhai for appreciation. It helps to work harder and better.
Deleteअत्यंत सराहनीय प्रयास। आपके द्वारा किया गया विश्लेषण अत्यंत सटीक है। प्रोजेक्ट की सफलता के लिए भगवान श्री रामजी से कामना करता हूं।
ReplyDeleteबहुत बहुत शुक्रिया सौरभ भाई, एक प्रयास है सभी कॉमिक्स प्रेमी मित्रों के सहयोग की अपेक्षा के साथ. राम जी की कृपा हुयी तो अवश्य सफलता मिलेगी. ||जय श्री राम||
Deleteग्रेटवर्क, अद्धभुत जानकारी आपने दी
ReplyDeleteNice information bhai. Please keep up the good Work!!
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